सांसों की जरूरत है जैसे जिंदगी के लिए ,
वृक्षों की उपज चाहिए ऑक्सीजन के लिए |
आओ मिलकर पेड़ लगाए,
पर्यावरण को स्वच्छ बनाएं |
मत काटो तुम वृक्षों को ,
बचाता है यह तुम्हारी सांसों को |
जीवन को अमृत बनाना है,
तो वृक्ष जरुर लगाना है |
चारों तरफ हरियाली होगी,
तो जीवन में खुशहाली होगी |
जीवन को अनमोल बनाना है,
तो वृक्ष जरुर लगाना है |
पर्यावरण को सताओगे,
तो जीवन पर संकट लाओगे |
समझ ए नादान प्राणी,
मत कर पर्यावरण से छेड़खानी |
निस्वार्थ भाव से यह वृक्ष देते हैं हमें कितना कुछ,
वृक्षों को लगाने में तू भी दे अपना समय कुछ |
तू वृक्ष का नहीं स्वयं का करता है अहित,
मरणोपरांत जलता है यह हर प्राणी सहित |
इससे पहले सब कुछ खत्म हो जाए,
चलो मिलकर वृक्ष लगाए |
एक मैं लगाऊं एक तुम लगाओ,
आओ इस धरा को सुंदर बनाओ
रश्मि नामदेव शारीरिक शिक्षिका एवं सेल्फ डिफेंस मास्टर ट्रेनर जिला कोटा (राज.)