जल सहेली ने लिया सांगरानाडी की सुरक्षा एंव संरक्षण का संकल्पपाटोदी – (गेस्ट रिपोर्टर बशीर शाह साई)

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जल सहेली ने लिया सांगरानाडी की सुरक्षा एंव संरक्षण का संकल्प
पाटोदी – (गेस्ट रिपोर्टर बशीर शाह साई)

उन्नति विकास शिक्षण संगठन की ओर से यूरोपियन यूनियन के सहयोग से पंचायत समिति पाटोदी में संचालित मरुधर जल स्वालंबन कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत भगवानपुरा के गांव सुल्तान नगर में सांगरानाडी पर समुदाय बैठक का आयोजन हुआ। जिसमे 78 लोग जुड़े तथा नाडी के विकास एवं प्रबंधन पर विचार विमर्श किया।इससे पूर्व महिलाएं और पुरुषों ने नाडी की परिक्रमा लगाई व नाडी की सुरक्षा एवं संरक्षण की शपथ ली।
बैठक में उपस्थित मांगीलालऔर पंचायत प्रतिनिधि राजूराम ने बताया कि यह पूर्वजों के द्वारा बनाई हुई नाडी है इसकी देखभाल तथा प्रबंधन नियमों की सख्त पालना चाहिए ।
जल सहेली सरीफो व गुड्डी देवी ने बताया कि पिछले पांच सालों में नाडी विकास को लेकर पंचायत ने काम कराया है । निर्जला एकादशी के दिन पूरा गांव एकत्रित हो कर श्रमदान करता है।
जल सहेली ने बताया की बरसात होने पर नाडी पूरी भर जाती हैं,लेकिन तल रेतीला होने के कारण पानी एक–डेढ़ माह ही रुकता है । नाडी में चिकनी मिट्टी डालने पर पानी अधिक समय तक रुकेगा। नाडी में चिकनी मिट्टी डलवाई जाए तो पानी अधिक समय तक रुक सकता हैं। बैठक में समुदाय तथा जनप्रतिनिधियों ने इस बात पर सहमति जताई नाडी में पानी अधिक समय रुकेगा तो हमारे साथ–साथ पशु पक्षियों को भी पानी मिल सकेगा। नाडी से ट्रैक्टर टैंकर व ऊंट गाड़ा टंकी से पानी ले जाना निषेध किया जाय।इस पर उन्नति संस्थान नेनेवाई ग्राम पंचायत के गांव रेवाड़ा आसिया से मिट्टी लाकर डालने पर सहमति जताई ।जल सहेली द्वारा प्रबंधन के नियमों के बोर्ड लगाने की मांग की ,जिसमे अनजान व्यक्ति नाडी का पानी गंदा नहीं करें। जल सहेली सदस्यो ने बताया कि बोर्ड लगाने जाने चाहिए जिसमे अनजान लोगों को ध्यान रहे ।उन्नति संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी दिलीपसिंह बिदावत ने जैव विविधता के बारे में बताया कि प्रकृति में सभी जीव जंतु ,वनस्पति वह इंसान एक दूसरे से जुड़े हुए है ऐसे में इनके जुड़ाव समझना जरूरी है ।इस दौरान उन्नति स्टाफ मोहनराम ,भीमाराम विराच , सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।


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