प्रथम भारतीय शिक्षिका सावित्री फुले को किया याद
उत्थान के लिए महिला शिक्षा बढ़ाने को किया प्रेरित
भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की जयंती परमानन्द सुमन की अध्यक्षता में नृसिंह भगवान मंदिर प्रांगण में मनाई गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाज सेवी भरतलाल सैनी जयपुर रहे।विशिष्ट अतिथि मुकुट सुमन अंता,रामेश्वर सुमन पार्षद,रेखा सुमन पार्षद रहे।इस अवसर पर समाज सेविका सुमनलता सुमन ने माता सावित्री बाई फुले की जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डाला।विशिष्ट अतिथि मुकुट सुमन ने बताया कि समाज मे बालिका शिक्षा को बढ़ाकर विकास किया जा सकता है।मुख्य अतिथि भरत लाल सैनी ने अशिक्षा को ही विभिन्न कुरीतियों के लिये उत्तरदायी बताया।उन्होंने कहा कि सावित्री फुले के सर्व समाज जे उत्थान के लिए कार्य किया। फूले ने समाज में व्याप्त कुरीतियों विधवा विवाह,दलित छुआछूत, स्त्री शिक्षा के लिए काफी कार्य किया। महिलाओं के उत्थान के लिए उन्होंने बाल हत्या प्रतिबन्धक गृह की स्थापना की।कार्यक्रम में पार्षद रामेश्वर सुमन,महेंद्र सुमन,महावीर सुमन,रामरतन सुमन,धर्मराज सुमन,रामस्वरूप सुमन,धनराज बरथुनिया, सूरजमल जोरावरपुरा,वीरेंद्र तलाव,प्रदीप सुमन ने सम्बोधित किया।अंत मे तहसील अध्यक्ष परमानन्द ने सभी का आभार व्यक्त किया।संचालन तेजकरण सुमन ने लिया।इस अवसर पर भगवती सुमन,सुमनलता,रामदेव करवाड़,रघुनाथ सुमन,महावीर रोण,हेमन्त बरथुनिया, सूरजमल सुमन सहित समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

