नए साल का स्वागत क्यों और कैसे करें?
एक और साल ने हमारे जीवन से अलविदा कह दिया है। गत वर्ष ने हमें फिर से कई उतार चढ़ाव दिखाए है। संक्षेप में कहें तो 2020 और 21 पूरी तरह से कोरोना महामारी से प्रभावित रहा है। जितने भी काम इन दोनों सालो में हुए है वो ज्यादातर महामारी की गाइडलाइन से प्रभावित रहे हैं। ऐसे में इसी महामारी के के बीच हम तीसरे साल में प्रवेश कर रहे हैं। हमने दीवारों पर लगे कैलेंडर भी बदल दिए होंगे लेकिन ज्यादतर लोगों का टाइम टेबल अब भी नहीं बदला होगा। जिन लोगों ने इसी महामारी के बीच अपनी दिनचर्या को अच्छे से सेट कर लिया उन्हें ना तो पिछले दो सालो में ज्यादा परेशानी आई होगी और ना अब कोई समस्या उनके इरादों को रोक पाने में कामयाब हो सकेगी। इसके उलट जो लोग अब भी कोरोना कोरोना का राग अलापने में लगे हुए हैं उनका यह साल भी निश्चित रूप से प्रभावित हो सकता है। ऐसे लोगों के लिए कोरोना कोई बीमारी ना होकर महज एक बहाना होता है। निरंतर काम करते रहने वालों के सामने तो कोरोना जैसी कई समस्याएं आम रहती है। वह उनका मुकाबला करना सीख लेते हैं।
क्यों मनाए नया साल?
हमारे देश में कई धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं लेकिन जिस धर्म (ईसाई) के लोगों का यह नया साल है उनकी संख्या हमारे देश में काफी कम है लेकिन फिर भी हमारे देश में सबसे ज्यादा उल्लास इसी नववर्ष का होता है। ऐसा क्यों होता है? यह अलग विषय है, यहां कहने का मतलब इतना सा है कि हम चाहे किसी भी धर्म के नववर्ष का स्वागत करें, हमारे लिए गुजरा हुआ साल विश्लेषण का होना चाहिए और आने वाला साल उद्देश्यों का। जिस धर्म के अनुयायियों का जो नववर्ष हो उन्हें उसके हिसाब से अपने अपने गुजरे साल का विश्लेषण करना चाहिए कि हमने पिछले साल में क्या क्या सोचा था और हम उन्हें पूरा करने में कितने कामयाब हुए हैं?
कैसे करे शुरुआत? –
विश्लेषण के बाद कुछ ही लोग अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में कामयाब रहे होंगे लेकिन ज्यादातर लोगों के परिणाम में अपेक्षाकृत काफी कमी दिखाई दी होगी। हमे उन अधूरे लक्ष्यों के लिए नए वर्ष में प्राथमिकता तय करनी होगी और शुरुआती कुछ दिनों या महीनों में उन्हें पूरा करने की योजना बनानी होगी, साथ ही इस साल (2022) किए जाने वाले नए लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें पूरा करने की योजना भी होनी चाहिए।
मासिक योजना –
पूरे साल की योजना एक साथ बना लेने से भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है इसलिए हम चाहे तो हर महीने के लक्ष्य निर्धारित कर उन पर काम कर सकते हैं। ऐसा करने से हम पर कोई अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा और हम थोड़े थोड़े ही सही लेकिन पूरे वर्ष में कई लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
नासिर शाह (सूफ़ी)
12 thoughts on “नए साल का स्वागत क्यों और कैसे करें? (2022)”
Comments are closed.