अर्नब के अपराध पर सन्नाटा क्यों?
पूछता है भारत

Sufi Ki Kalam Se       सूफ़ी की कलम से ✍️अर्नब के अपराध पर सन्नाटा क्यों?पूछता है भारतरिपब्लिक भारत…

रीट की तैयारी कैसे करें?

Sufi Ki Kalam Se       सूफ़ी की कलम से… ✍️रीट की तैयारी कैसे करें?आम तौर पर समाज में…

फिल्म समीक्षा – दंगल

Sufi Ki Kalam Se       📝 सूफी की कलम से….. “दंगल” (फिल्म समीक्षा) आमिर खान एक बार फिर…

द लल्लनटॉप अड्डा

Sufi Ki Kalam Se       सूफी की कलम से.. ✍🏻 (यात्रा संस्मरण) जबसे साहित्य से जुड़ा था, तब…

सुपरहीरो है हमारा पैडमैन

Sufi Ki Kalam Se       “मर्द आधा घंटे ब्लडिंग कर दे तो मर जाये जबकी औरते पुरे पॉच…

भारतीय समाज का आईना दिखाती है फिल्म आर्टिकल 15

Sufi Ki Kalam Se       संवाद 1- “ये तीन लडकियाँ अपनी दिहाड़ी में सिर्फ तीन रुपया बढ़ाने की…

अपना टाइम आएगा, लेकिन ऑस्कर से चूक जाएगा फिल्म समीक्षा _गल्ली बॉय

Sufi Ki Kalam Se       “तेरा बाप ड्राइवर है। नौकर का बेटा नौकर बनेगा, ये फितरत है। ”…

विवादित कृषि कानून, क्या सिर्फ किसानो की समस्या है?

Sufi Ki Kalam Se       पूरी दुनिया के लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से किसानो के कर्जदार है।…

कोरोना से गुफ़्तगू ( उर्दू इंशाइया का हिन्दी अनुवाद )

Sufi Ki Kalam Se       क्या हुआ जनाब ए आली?? कैसे घर में दुबक गए? कहाँ गई तुम्हारी…

इक्कीसवीं सदीं का इक्कीसवां साल

Sufi Ki Kalam Se       ‘सुबह होती है, शाम होती है जिंदगी यों ही तमाम होती है।’ अभी…

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