सांगोद थाने की हिरासत में मौत का मामला,कार्यवाही और मुआवज़े की मांग (सांगोद, कोटा न्यूज)

Sufi Ki Kalam Se

सांगोद थाने में हिरासत में मौत का मामला,कार्यवाही और मुआवज़े की मांग

मानवाधिकार संगठन NCHRO ने की आयोग में शिकायत, मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को पत्र भी लिखा



कोटा 14 मई । सांगोद थाने में हिरासत के दौरान हुई शाहिद मंसूरी की मौत के मामले में मानवाधिकार संगठन एनसीएच आरओ ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है। संगठन ने मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर भी दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने और परिवार वालों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। ई-मेल के जरिए भेजिए गए पत्र में संगठन की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य एडवोकेट अन्सार इन्दौरी ने लिखा है कि हिरासत में मौत के मामले गंभीर है जिसे मानव अधिकार आयोग तथा सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस प्रताड़ना से जोड़ कर देखा है। मृतक आरोपी के परिवारजनों के मुताबिक शाहिद मंसूरी को पुलिस ने हिरासत में प्रताड़ित किया जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने पत्र में मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शीघ्र कार्यवाही की जाए तथा पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाये। इस मामले को लेकर जारी प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग के निर्देश अनुसार किसी भी व्यक्ति को हिरासत में किसी भी तरीके से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। लेकिन हिरासत में मौत के मामले नहीं थम रहे हैं मृतक शाहिद मंसूरी के मामले में प्रथम दृष्टया थाने की पुलिस द्वारा शारारिक और मानसिक प्रतारण से इनकार नही किया जा सकता है। राज्य सरकार को जल्द से जल्द इस हत्या के आरोपी सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करना चाहिये।

भवदीय
एडवोकेट अन्सार इन्दौरी
मानवाधिकार अधिवक्ता


Sufi Ki Kalam Se

25 thoughts on “सांगोद थाने की हिरासत में मौत का मामला,कार्यवाही और मुआवज़े की मांग (सांगोद, कोटा न्यूज)

  1. Pingback: jazz cafe
  2. Pingback: relaxing music
  3. Pingback: child porn
  4. Pingback: child porn
  5. Pingback: child porn
  6. Pingback: child porn
  7. Pingback: child porn
  8. Pingback: child porn
  9. Pingback: sex children
  10. Pingback: Ufamax24
  11. Pingback: goaldaddy
  12. Pingback: y2k168
  13. Pingback: King Chance
  14. Pingback: seo for counselors

Comments are closed.

error: Content is protected !!