प्रवेशोत्सव (कविता – रश्मि नामदेव)

Sufi Ki Kalam Se

प्रवेशोत्सव

आओ प्रवेश उत्सव मनाएं,
विद्यालय के आंगन को सजाएं,

विद्यालय में सुबह-सुबह जब मिलता मिल्क,
सब बच्चों के चेहरे जाते खिल,

आओ प्रवेश उत्सव मनाए ,
बच्चों की उपस्थिति नियमित करवाएं,

सरकारी विद्यालय हैं गुणवत्तापूर्ण,
यहां मिलती शिक्षा संपूर्ण,

यहां होता बच्चों का सर्वांगीण विकास ,
जब मिलता पौष्टिक आहार,

आओ प्रवेश उत्सव मनाए,
बच्चों का नामांकन बढ़ाएं,

सरकारी योजनाओं का मिलता लाभ ,
जब बच्चा लेता विद्यालय में भाग,

आओ प्रवेश उत्सव मनाएं,
निःशुल्क शिक्षा का लाभ उठाएं,

जन-जन को यह बताना है,
निःशुल्क गणेश का लाभ उठाना है,

बच्चों को विद्यालय जरूर ले जाना है,
चाहे भोजन कम खाना है,

विद्यालय में मिलता सब कुछ निःशुल्क,
फिर क्यों सोच रहा इतना कुछ,

विद्या है अनमोल,
जिससे बनता जीवन का मोल,

देश को आगे बढ़ाना है,
तो हर बच्चे को पढ़ना है,

अब ना छूटे कोई बच्चा,
जिससे ना हो उसका जीवन कच्चा,

आओ सब मिल चले स्कूल,
अब ना हो कोई भूल,

आओ प्रवेश उत्सव मनाए,
विद्यालय में जश्न मनाएं,

रश्मि नामदेव, शारीरिक शिक्षा एवं सेल्फ डिफेंस मास्टर ट्रेनर, कोटा, राजस्थान

रश्मि नामदेव, शारीरिक शिक्षा एवं सेल्फ डिफेंस मास्टर ट्रेनर, कोटा, राजस्थान

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