तीसरी बेटी
उस घर में उससे बड़ी 2 बेटिया थी और वो उस घर की तीसरी बेटी थी। तीसरी बेटी मतलब एक एसी औलाद जो सिर्फ इस ख्वाहिश में पैदा की जाती हैं कि 2 बेटियो के बाद अब एक बेटा और हो जाए तो परिवार पूरा हो जाएगा। उस घर में उस तीसरी बेटी की कोई जरुरत नहीं होती,वो जब आती हैं तो घर वालो के लिए मायूसी का सबब बन जाती हैं फिर उसकी परवरिश भी उसी मायूसी के साथ की जाती हैं।
चलो बचपन तक ठीक हैं, जैसे तैसे उसकी स्कूल की पढ़ाई भी पूरी करा दी जाती हैं मगर वो मायूसी जो बचपन मे देखी गई थी अब और ज्यादा बढ़ जाती है। यह वो वक़त होता हैं जब बूढे माँ बाप को अपनी 2 बड़ी बेटियो की शादी के लिए पैसो की जरुरत होती हैं और अपने बेटे की जिन्दगी आसान बनाने के लिए उसके किसी कोर्स में पैसा लगाना होता हैं। इस वक़्त अगर वो तीसरी बेटी कोई ख्वाहिश कर ले तो बरसो का गुर्द व गुबार उसके ऊपर आ निकले।
उस घर में वो हमेशा अजनबी की तरह रहती हैं, माँ बाप का रूख जहां अपने बेटे की तरफ़ होता हैं वहीं दोनो बड़ी बहने एक दुसरे के साथ घुली मिली होती हैं। तीसरी बेटी हमेशा अकेले रहती हैं और यह अकेलापन उस वक़्त और बड़ जाता हैं जब दोनो बड़ी बेटियों की शादी हो जाती हैं। यह वो वक़्त होता हैं जब घर की सारी जिम्मेदारियां उसके ऊपर आ जाती हैं और साथ ही अपने घर वाली की मायूसी को दूर करने के लिए उसे कुछ कर दिखाना होता हैं। जिम्मेदारियों को पूरा करने के साथ साथ वो अपने पैरो पर खड़ा होने की खूब कोशिश करती हैं। इस वक़्त अगर उसे कामयाबी मिल जाती हैं तो सारे रिश्ते उससे इस तरह का व्यवहार करते हैं जैसे वो कभी उससे मायूस थे ही नहीं। उसके लिए एक अच्छा रिश्ता तलाश किया जाता हैं और बड़ी खुशी के साथ उसकी शादी रचा दी जाती हैं। इस वक़्त उस तीसरी बेटी को अपनी जिन्दगी की सबसे बड़ी खुशी मिल जाती है।
मगर …….अगर वों कामयाब ना हो पाए तो उसके लिए एक स्तर ऊपर की मायूसी उसके दरवाजे पर दस्तक दे रही होती हैं अब वो वक़्त आ जाता हैं जब वों अपने बूढ़े माँ बाप पर बोझ बन जाती हैं। उम्र ज्यादा हो जाने की वजह से रिश्ता मिलने में मुश्किले आती है अब यह सोचा जाता हैं कोई भी रिश्ता हो वही इसे ब्याह दे। उसको घर से इस तरह रुखसत किया जाता हैं जैसे कोई जिम्मेदारी पूरी नही की बल्कि एक बोझ अपने कंधे से उतार दिया है। इस तरह उस तीसरी बेटी की जवानी गुजरती हैं और शादी से पहले तक उसे अपने घर वालो का प्यार नसीब नहीं होता।
गेस्ट राइटर ….