कारगिल दिवस
आज फिर वह बलिदानी याद आया,
जिसने कारगिल के युद्ध में शहादत को पाया,
इस तिरंगे की आन के खातिर,
स्वयं को न्योछावर कर आया,
वह सरहद पर खड़ा अपना फर्ज निभा रहा,
जब ऊंची चोटी पर बैठा दुश्मन,
वार पर वार किए जा रहा,
वह अपनी जान की परवाह किए बिना,
आगे ही आगे बढ़ता जा रहा,
इस तिरंगे की शान के खातिर ,
उसने अपने प्राणों का त्याग किया,
26 जुलाई का यह दिन ,
कारगिल में शहीद हुए,
मां भारती के सपूतों की,
याद दिला रहा,
आज देश तुमको,
है ,बलिदानी वीर पुत्र,
बारम्बार नमन किए जा रहा,

रश्मि नामदेव शारीरिक शिक्षिका एवं सेल्फ डिफेंस मास्टर ट्रेनर कोटा ,राजस्थान