महिलाओं को शिक्षित, स्वस्थ
और सशक्त बनाना

Sufi Ki Kalam Se

महिलाओं को शिक्षित, स्वस्थ
और सशक्त बनाना

आदिवासी महिलाओं ने मनाया महिला दिवस
गेस्ट रिपोर्टर फिरोज़ खान
बारां। जाग्रत महिला संगठन ने 8 मार्च को आदिवासी महिलाओं के साथ महिला दिवस मनाया। कल्ली बाई व जसोदा बाई तथा बैजंती बाई, चन्द्रो बाई,भूली बाई, पाना बाई,कुसमा बाई, लुमा बाई ने बताया कि जाग्रत महिला संगठन का उद्देश्य महिलाओं को शिक्षित, स्वस्थ और सशक्त बनाना है।सहरिया जनजाति महिलाओं को बड़ा संगठन है। जो शाहाबाद व किशनगंज के गांवो में लंबे समय से महिलाओं के हक अधिकार को लेकर कार्य कर रहा है। जैसे मनरेगा,राशन,पेंशन,पीएम आवास,पेयजल,आर्थिक सहायता, स्वास्थ्य, शिक्षा वन अधिकार,महिला हिंसा आदि मुद्दों पर उनके हक अधिकार व सशक्तिकरण के लिए संघर्षरत है। गांव गांव सहरिया जनजाति की महिलाओं के साथ बैठकों के माध्यम से उनको महिला सशक्तिकरण के लिए जागरूक किया जाता है। बैठकों में मनरेगा में पूरा काम पूरा दाम, दिव्यांग,विधवा,परित्यक्ता,वृद्धावस्था पेंशन दिलाने,पीएम आवास,पेयजल की समस्या,राशन के समाधान के लिए ग्राम पंचायत व पंचायत समिति स्तर के सम्बंधित अधिकारियों से मिलकर उनके समाधान का प्रयास करती है। क्षेत्र महिला हिंसा के खिलाफ भी संगठन की महिलाएं पुरजोर तरीके से कानूनी सहयोग करती है। महिला दिवस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता चन्दालाल भार्गव,अंगद सहरिया,सुरेश सहरिया,संजय सहरिया,सोराम सहरिया,भीम सिंह उपस्थित थे। महिलाओं की जनसमस्याओं को लेकर विकास अधिकारी छुट्टनलाल मीना के नाम एक ज्ञापन खांडा सहरोल ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी विष्णु गोठानिया को दिया।


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