‘थोड़ा जानते हैं खालिद सैफी के बारे में.. ‘ (गेस्ट रिपोर्टर हैदर अली (स्वतंत्रत पत्रकार दिल्ली की रिपोर्ट)

Sufi Ki Kalam Se

थोड़ा जानते हैं खालिद सैफी के बारे , , ,(गेस्ट रिपोर्टर हैदर अली, स्वतंत्रत पत्रकार दिल्ली की रिपोर्ट)

@खालिद सैफी

ख़ालिद सैफी वो पढ़ा लिखा व्यक्ति जी जिसने हमेशा जरूरत मन्दो के लिए आवाज़ उठाई ,
जिसने हमेशा संविधान को सर्वोपरि माना और अपना अटूट विश्वास भारत के संविधान में रखा ,
ख़ालिद सैफी वो व्यक्ति है जिसने कभी धर्मजाती के आधार पर लोगों की मदद नहीं करी बल्कि भारत की गंगा जमुना तहजीब को बचाया औऱ अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया ,
ख़ालिद सैफी वो व्यक्ति है जिसने देश के संविधान के द्वारा दिये गए अधिकारों के मातहत शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करे और हमेशा देश की एकता और अखंडता को बनाये रखा , कभी ऐसा काम नही किया जिससे संविधान या देश के कानून का उलंघन हुआ हो ,
जब दंगाइयों ने दिल्लीः में रक्तपात मचा रखा था उस समय भी ख़ालिद सैफी ने अपने एरिये में किसी तरह की घटना नही होने दी , , फिर दिन वो आया जब दिल्ली पुलिस ने ख़ालिद सैफी को न सिर्फ गिरफ़्तार किया बल्कि जुल्म की इंतहा करी गई ख़ालिद सैफी के साथ , जब ख़ालिद सैफ़ी को थाने ले जाया गया उस वक़्त वो अपने पैरों पर थे लेकिन जब अदालत में पेश किया गया तो उनकी दोनों टांगो पर पलास्टर चढ़ा हुआ था , बल्कि एक खत में ख़ालिद सैफ़ी ने बताया कि उनके साथ किस तरह का अमानवीय बर्ताव किया गया और लगातार किया जा रहा है , ख़ालिद सैफ़ी ने बताया कि उनकी दाढ़ी पकड़कर खेंची गई और इतनी जोर से खींचा की उनकी दादी का ज्यादातर हिस्सा जड़ उखड़ गया , टॉर्चर इतना किया कि बयां करना मुश्किल है , ,

@खालिद सैफी

आज वही ख़ालिद सैफ़ी जैल में है और एक साल से ज्यादा का वक़्त हो गया और आज भी ज्यादतियां उनके साथ जारी है , इतना करने के बाद भी ख़ालिद सैफ़ी का हौंसला नही तोड़ पाए ये लोग क्योंकि यह होंशला ईमान का ईमान वाले का है , भारत के संविधान में जो नागरिको को अधिकार दिए गए है यह होंशला उन अधिकारों का। कल जब ख़ालिद सैफ़ी बाइज़्ज़त बरी होकर बाहर आएंगे तो क्या उनके साथ हुए ज़ुल्म का कोई हिसाब होगा ?
क्या जुल्म करने वाले अपने आप को मुआफ़ कर पाएंगे ?

गेस्ट रिपोर्टर हैदर अली (स्वतंत्रत पत्रकार YEF EXPRESS NEWS Delhi)

गेस्ट रिपोर्टर हैदर अली (स्वतंत्रत पत्रकार YEF EXPRESS NEWS Delhi)


Sufi Ki Kalam Se
error: Content is protected !!