मेरा घर उजाड़ कर रास्ता तो बना लिया है तुम लोगों नेलेकिन फिर भी तुम लोगों से मेरा वादा है की जब तक मुझमे थोड़े से भी प्राण बाकी रहेंगे तब तक तुम्हारे ही काम आता रहूँगा क्यूंकि मैं इंसान नहीं पेड़ हूं।@गणेशगंजइटावाकोटा_राजस्थान
Comments are closed.
13 thoughts on “मैं इंसान नहीं पेड़ हूं.”
Comments are closed.