‘नौजवानों की जिम्मेदारी’ गेस्ट पोएट मे पढ़िए आरिफ काजी की नज्म

Sufi Ki Kalam Se

नौजवानों की जिम्मेदारी’
इज्जत ए मुल्क की हर हाल हमें लाज रखना है ।
जुल्म के खिलाफ बुलंद, हमे आवाज रखना है ।।

जाती मफाद के लिए लड़वाते रहेंगे यह नेता ।
हिंदू मुस्लिम एकता को, हमें मुमताज रखना है ।।

गिराने की कोशिश में रहता है हरदम दुश्मन इसे ।
नौजवानों देश को हमेशा, हमें परवाज़ रखना हैं ।।

तू कितना ही सहारा ले ले झूठ का ए बातिल ।
मरते दम तक सच्चाई का, हमें ताज रखना है ।।

हैवानियत की सारी हदें पार करेगा शैतान ।
सब्र और इंसानियत का, हमें लिहाज़ रखना है ।।

और आएंगे जाएंगे दुनिया में कितने ही फिरौन ।
दुआ है यार रब तेरे ही, हमें मोहताज़ रखना है ।।

ज़ालिम के खिलाफ ज्यादा और कुछ नहीं तो ।
एक हथियार के रूप में, हमें अल्फ़ाज़ रखना है ।।

शहीद हुए हैं देश के लिए कई सैनिक “काज़ी” ।
शाहदतों का कायम यूं ही, हमें रिवाज़ रखना है ।।

– आरिफ “काज़ी” मागंरोल, बारां


Sufi Ki Kalam Se

41 thoughts on “‘नौजवानों की जिम्मेदारी’ गेस्ट पोएट मे पढ़िए आरिफ काजी की नज्म

  1. Pingback: Data singapore
  2. Pingback: ks lumina
  3. Pingback: Ks Quik
  4. Pingback: pod
  5. Pingback: quik
  6. Pingback: go x app honolulu
  7. Pingback: trustbet
  8. Pingback: naga356
  9. Pingback: 누누티비
  10. Pingback: ks quik 2000
  11. Pingback: ks quik 2000
  12. Pingback: ltobet
  13. Pingback: auto body repair
  14. Pingback: Disana
  15. Pingback: Growth Hormone
  16. Pingback: Cherry Gaming

Comments are closed.

error: Content is protected !!