आर्यन नागर की गज़ल ( वो जब भी हमसे कहीं मिला करते हैं…)

वो जब भी हमसे कहीं मिला करते हैं,पता नहीं क्यों बहुत गिला करते हैं। यही मेरी…

शहीद दिवस पर गेस्ट पॉएट मुहम्मद तहसीन की मार्मिक कविता

सीढ़ियों पे चढ़कर,सबसे आगे बढ़कर निकाल अपने हथियारकायर ने किया वार हमला किया कायर नेजैसे जलिया…

गेस्ट पॉएट डा. प्रोफेसर नश्तर बदायूँनी साहब का रूमानी गीत

गीत मैनें तुझसे मेरे महबूब मोहब्बत की है,यानी दिल से तेरी दिन रात इबादत की है!मैनें…

गेस्ट पॉएट दानिश अजहर की खूबसूरत ग़ज़ल

ग़ज़ल/غزل लगा लिया है ये हमने क़यास रहने देन होगा अब कोई तुझसे विकास रहने देلگا…

गेस्ट पॉएट शमशेरभालु खान गाँधी
जिगर चुरुवी की कविता

आ चल के ढूंढ कहीं ज़मीन अपनीथी कौम की मेरी खोई ज़मीन अपनी। हूँ लाख बुरा…

बोलते रहो बोलते ! मशहूर लेखक, ऐक्टिविस्ट भँवर मेघवंशी की शानदार कविता

बोलते रहो बोलते ! हम जानते हैं किबोलने की क़ीमतआज नहीं तो कलअवश्य चुकानी पड़ेगी.फिर भी…

फादर्स डे कविता (गेस्ट पॉएट इमरान खान दौसा)

उंगली पकड़कर चलना सिखायालगी जो चोट तो गले से लगाया दी हमको जमाने भर की खुशियांफिर…

टूटने लगा हूं, हां मैं टूटने लगा हूं, गेस्ट पॉएट एम एच खान की कविता

टूटने लगा हूं, हां मैं टूटने लगा हूं गैरों का मलाल नहीं। अपनों से टूटने लगा…

अलविदा माहे रमजान, गेस्ट पॉएट इमरान खान दौसा

अलविदा माहे रमजान अलविदा माहे रमजान तू फिर से लौट कर आनावही बरकते वही रहमते फिर…

नज़्म – ईद (نظم – عید) गेस्ट पॉएट एजाज़ उल हक़ शिहाब

नज़्म – ईद (نظم – عید) क़दम क़दम पे ये वहशत ये बढ़ती आहो फ़ुग़ाँ,क़दम क़दम…

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