एक साल बाद गुलजार हुए राजस्थान के विद्यालय
सूफ़ी की कलम से
एक लंबे अन्तराल के बाद, लगभग एक साल की समाप्ति पर राजस्थान के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में फिर से शोर शराबा सुनने को मिला है। राजस्थान सरकार के आदेशानुसार, प्रदेश में आठ फरवरी से विधालय खोलने का फरमान जारी होते ही, छः से आठवीं तक के बच्चे अति उत्साह के साथ निजी एंव सरकारी विद्यालयों में पहुँचे। विद्यार्थी रंग बिरंगी पोशाकों मे, चेहरे पर अजीब सी रौनक लिए स्कूल पहुंचे तो वही उन्हे देख कर अध्यापकों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
कहीं पर तिलक रोली से बच्चों का स्वागत किया गया तो कहीं पर बेग, गणवेश इत्यादि वितरित कर जश्न मनाया गया। गौरतलब है कि साल भर से शिक्षक, जो ऑनलाइन कामों में उलझे हुए थे उन्हें अब उनसे राहत मिलेगी और वो परम्परागत तरीके से शिक्षण का आनंद उठा पाएंगे। दूसरी और रात दिन मोबाइल से चिपक कर अपनी आँखों को थकाने वाले बच्चों का उत्साह भी देखते ही बनता है। बच्चो से भी ज्यादा चैन की साँस अभिभावकों ने ली है क्योंकि वह भी अपने बच्चों के लिए साल भर की पढ़ाई के प्रति काफी चिंतित थे।
खैर ये भी एक एतिहासिक साल रहेगा जो कोरोना महामारी के कारण हमेशा याद रखा जाएगा। उम्मीद है कि एक लंबे अन्तराल के बाद प्रारम्भ हुए में विद्यालयों में बच्चे और शिक्षक दोनों अतीत को भूलते हुए भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
– नासिर शाह (सूफ़ी)
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