लोक लुभावनी घोषणाओं से जनता को बेवकूफ बनाने वाला है बजट- फ़िरोज अन्सारी ( एसडीपीआई जिला महासचिव)
गेस्ट रिपोर्टर फिरोज़ खान
बारां 25 फरवरी 2022 सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के बारां जिला महासचिव फ़िरोज अन्सारी ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत न जनता को मनाने के लिए घोषणाओं का अम्बार लगा दिया है। लेकिन यह धरातल पर कैसे उतरेगी इसका कोई खाका पेश नही किया है। उन्होने कहा कि बजट से मुस्लिम समुदाय में बहुत निराशा है। गत दिनों खुद मुख्यमंत्री ने संविदाकर्मियों और मदरसा पैराटीचर्स से वार्ता कर उनकी समस्याओं के समाधान का वादा किया था। लेकिन बजट में मदरसा पैराटीचर्स और संविदाकर्मियों के लिए कुछ नही किया। बजट में किसानों के लिए बड़ी बड़ी बातें जरूर की गयी है, लेकिन किसानों के सम्पूर्ण कर्ज माफी के बारें में बजट में कुछ भी नही है। जबकि सरकार बार बार सम्पूर्ण कर्ज माफी की बात करती हैं। बजट में एम.एस.पी. में न तो फसल खरीद का कोई जिकर है और न ही एम. एस. पी. पर बोनस देने का कोई जिक्र है। किसानों को कृषि क्नेक्शन देने में वृद्धि की तो बात है लेकिन कृषि क्नेक्शन पर जमा करायी जाने वाली राशि को कम करने का कोई जिक्र नही हैं। सरकार ने 50 युनिट तक बिजली फ्री देने की तो घोषणा की है। लेकिन बिल में आने वाले स्थायी शुल्क में कोई छुट नही दी है। मुख्यमंत्री यदि जनता को सीधी राहत देना चाहते थें तो उन्हें पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वेट की दरों को कम करना चाहिये।
मुस्लिम समुदाय के लिए बजट में कुछ भी नही हैं। न तो अल्पसंख्यको के लिए कोई कोष बनाकर राशि दी और न ही कोई बजट दिया है। उर्दू अध्यापकों के पदों के मामले में पूरी उपेक्षा हुई हैं। उर्दू भाषा के विकास के लिए कुछ नही दिया गया हैं। आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए भी कोई विशेष योजना का उल्लेख बजट मे नही हैं।
गहलोत साहब ने कुनेन की कड़वी गोली को घोषणाओं की चाशनी में लपेट कर परोश दिया है ताकि जनता को मीठी लगें। जबकि सच्चाई यह है कि पिछले बजट की घोषणाए भी अब तक लागू नही हुई हैं। बजट पूर्ण रूप से निराशाजनक हैं।
पूरे बजट में कर्मचारियों की पेंशन की बहाली की घोषणा जरूर स्वागत योग्य कदम हैं।
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