कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता तो गरीबो के लिए क्या है?

Sufi Ki Kalam Se

कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता तो गरीबो के लिए क्या है?
आज सुबह सुबह ही घर में प्राण खान उर्फ जीव खान ने एंट्री ली। वो ठीक से अपने स्थान पर विराजे भी नहीं थे कि एक सवाल दाग दिया। पूछने लगे कि ये डीए क्या होता है जो सरकार ने एक बार फिर बढ़ाया है?
‘महंगाई भत्ता’
मैंने अखबार पढ़ते पढ़ते जवाब दिया ।
महंगाई भत्ता!! तो ये सिर्फ कर्मचरियों के लिए ही दिया जाएगा या सभी नागरिको के लिए?
प्राण खान उर्फ जीव खान ने तुरंत ही दूसरा सवाल पूछ डाला।
मैंने अखबार नीचे करते हुए कहा कि महंगाई भत्ता केंद्र सरकार ने केंद्र कर्मचारियों के लिए बढ़ाया है और हमारे राजस्थान में भी सरकार ने केंद्र की तर्ज़ पर यहां के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता देने की घोषणा की है। मतलब अब देश भर के की कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता दिया जाएगा।
तो क्या महंगाई सिर्फ कर्मचारियों के लिए बढ़ी है? क्या गरीबो और अन्य कर्मचारियों को इसकी आवश्यकता नहीं है? क्या पेट्रोल, डीजल, गैस आदि सभी चीजे सिर्फ कर्मचारियों के लिए महंगी हुई है?
प्राण खान जी ने अचानक ही कई सारे सवाल दाग दिए जैसे मैंने उनके हिस्से का डीए गटक लिया हो।
मैंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें तो केवल अपने कर्मचारियों को दे सकती है सब को कैसे दे सकती है बाकी को तो उनके विभाग वाले देंगे…
कौनसे विभाग वाले देंगे और कब देंगे… हमारे देश की सरकारों की तरह गोल गोल जवाब क्यों दे रहे हैं आप भी?
स्पष्ट बताये कि कर्मचारियों के अलावा आम लोगों के लिए महंगाई भत्ते के रूप में क्या सुविधा है? “
प्राण खान ने टकटकी लगाकर फिर सवाल किया। इस बार उनकी आँखों में गुस्सा भी था।
मैं चुपचाप अखबार पढ़ने लगा क्यूंकि मेरे पास भी इस सवाल का जवाब नहीं था।


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