नारी (गेस्ट पोएट रश्मि नामदेव की कविता)

नारीयह प्रेम की मूरत हैराधा, मीरा सी प्यारी यह बलिदान त्यागी की सूरत हैपन्नाधाय सी न्यारी…

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