तिरंगा (कविता रश्मि नामदेव)

Sufi Ki Kalam Se

तिरंगा

इसे न समझो कपड़ा खादी का,
यह तिरंगा प्रतीक है,
हमारी आजादी का,

यह प्रतीक है,
इस देश के वीर सपूतों की शहादत का ,
यह प्रतीक है,
वीरांगनाओं की वीर गाथा का,

तिरंगे के तीन रंगों का महत्व आज बताते हैं,
त्रिवेणी से संगम,
तिरंगे की गाथा आज सुनाते हैं,

हरा रंग देश धरा पर हरियाली,
खुशहाली को दर्शाता है,

केसरिया प्रतीक है ,
शौर्य ,पराक्रम बलिदान का,

सफेद रंग पैगाम है,
शांति, सद्भावना का,

तीनों रंगों के बीच,
चक्र सुदर्शन विजय का प्रमाण है,

यह तिरंगा इस देश की जान है,
यह तिरंगा हिंदुस्तान की आन, बान, शान है,
यह कपड़ा नहीं है, खादी का,
यह हिंदुस्तान की पहचान है ,
यह हिंदुस्तान की पहचान है,

रश्मि नामदेव शारीरिक शिक्षिका एवं सेल्फ डिफेंस मास्टर ट्रेनर जिला ,कोटा


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