ग़ज़ल/غزل लगा लिया है ये हमने क़यास रहने देन होगा अब कोई तुझसे विकास रहने देلگا…
Category: गज़ल – शायरी – कवितायें
गेस्ट पॉएट शमशेरभालु खान गाँधी
जिगर चुरुवी की कविता
आ चल के ढूंढ कहीं ज़मीन अपनीथी कौम की मेरी खोई ज़मीन अपनी। हूँ लाख बुरा…
बोलते रहो बोलते ! मशहूर लेखक, ऐक्टिविस्ट भँवर मेघवंशी की शानदार कविता
बोलते रहो बोलते ! हम जानते हैं किबोलने की क़ीमतआज नहीं तो कलअवश्य चुकानी पड़ेगी.फिर भी…
फादर्स डे कविता (गेस्ट पॉएट इमरान खान दौसा)
उंगली पकड़कर चलना सिखायालगी जो चोट तो गले से लगाया दी हमको जमाने भर की खुशियांफिर…
टूटने लगा हूं, हां मैं टूटने लगा हूं, गेस्ट पॉएट एम एच खान की कविता
टूटने लगा हूं, हां मैं टूटने लगा हूं गैरों का मलाल नहीं। अपनों से टूटने लगा…
अलविदा माहे रमजान, गेस्ट पॉएट इमरान खान दौसा
अलविदा माहे रमजान अलविदा माहे रमजान तू फिर से लौट कर आनावही बरकते वही रहमते फिर…
नज़्म – ईद (نظم – عید) गेस्ट पॉएट एजाज़ उल हक़ शिहाब
नज़्म – ईद (نظم – عید) क़दम क़दम पे ये वहशत ये बढ़ती आहो फ़ुग़ाँ,क़दम क़दम…
हालातों को संभाल लो’ गेस्ट पॉएट अंतिमा मीणा की कोरोना काल की शानदार कविता
‘हालातों को संभाल लो’ वक़्त – ए – हालात मुश्किल हैज़रा जज्बातों को संभाल लो,कुछ दिन…
विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर पढ़िए, गेस्ट पॉएट देवेन्द्र कुमार गौतम की कविता “दोस्ती, किताबों से’
दोस्ती, किताबों से जब से मैं स्कूल जाने लगा,जाने अनजाने में भेंट हुईमन ही मन,आपको चाहने…
चलो इस महामारी में किसी के काम आए (गेस्ट पॉएट अंतिमा मीणा)
आओ चलो आज से एक काम करते है,बची है जो जिन्दगी उसे किसी के नाम करते…