रोजा रखने वाले बंदे उठ जा तूसहरी कर ले बंदे अब तो उठ जा तू सहरी…
Category: गज़ल – शायरी – कवितायें
गेस्ट पॉएट रईस अहमद की बेमिसाल हम्द
ये चिड़िया व दरिया हामिद है तेरेफलक के सितारे भी शाहिद है तेरे तेरे आगे झुकता…
गेस्ट पॉएट रफीक “राही’ माँगरोल की उम्दा ग़ज़ल
उठ उठ कर तकदीर बदल दे।दुनिया की तस्वीर बदल दे।। शिरको बिदअत मे उलझाऐ।जल्दी ऐसा पीर…
गेस्ट पॉएट, इमरान खान की दर्द भरी कविता ‘लॉकडाउन और मजदूर “
गेस्ट पॉएट, इमरान खान की दर्द भरी कविता ‘लॉकडाउन और मजदूर “ देश का मजदूर सड़कों…
गेस्ट पॉएट आरिफ क़ाज़ी की बेहतरीन और लेटेस्ट गज़ल
छोटा इंसान रोज़ी कमाने में लगा है।बड़ा अपना सिक्का जमाने मे लगा है।। अभी भी वक़्त…
गेस्ट पॉएट डा. नश्तर बदायूँनी की शानदार ग़ज़ल
गेस्ट कॉलम में आज पढ़िए हिन्दुस्तान के जाने माने शायर और प्रोफेसर डा. नश्तर बदायूँनी साहब…
‘ सोचा न था” (गेस्ट पॉएट आरिफ “काज़ी” की कविता)
सोचा न था – गेस्ट पॉएट आरिफ “काज़ी” मुल्क की तरक्की इतनी, हो जाएगी सोचा न…
गेस्ट पॉएट इल्यास नाज़ साहब की शानदार ग़ज़ल
नहीं बस ओढ़ना बल्कि बिछोना भी ज़रूरी हैसहत के वास्ते भरपूर सोना भी ज़रूरी है। फ़क़त…
गेस्ट पोएट बाबूखान घड़ोई,कल्याणपुर, की कविता ‘देश के जो किसान है’
गेस्ट पोएट बाबूखान घड़ोई,कल्याणपुर, की कविता ‘देश के जो किसान है’ – ‘देश के जो किसान…
गेस्ट पॉएट मोहम्मद शहजाद, कोटा की ग़ज़ल ‘नूर ए माँ’
गेस्ट पॉएट मोहम्मद शहजाद कोटा की ग़ज़ल गजल नूर – ऐ – माँ 1. माँ अब…