सूफ़ी की कलम सेविवादों में गुम हो गया तांडव का वर्तमान वास्तविक चित्रण फिल्मी दुनिया में…
Category: एंटरटेनमेंट/फिल्म समीक्षा
आश्रम के लड्डुओं और मिर्जापुर के कट्टो ने गर्म किया वेब सीरीज का बाजार
सूफ़ी की कलम से… आश्रम के लड्डुओं और मिर्जापुर के कट्टो ने गर्म किया वेब सीरीज…
भारतीय समाज का आईना दिखाती है फिल्म आर्टिकल 15
संवाद 1- “ये तीन लडकियाँ अपनी दिहाड़ी में सिर्फ तीन रुपया बढ़ाने की माँग कर रही…
अपना टाइम आएगा, लेकिन ऑस्कर से चूक जाएगा फिल्म समीक्षा _गल्ली बॉय
“तेरा बाप ड्राइवर है। नौकर का बेटा नौकर बनेगा, ये फितरत है। ” ऐसे नकारात्मक दृष्टिकोण…