राजस्थान के मुस्लिम समुदाय को प्रशासनिक व पुलिस सेवा के अधिकारियों की तादाद मे गिरते आंकड़ों पर गौर करना होगा।
गेस्ट ब्लॉगर अशफाक कायमखानी
जयपुर।
सीधे तौर पर चयनित अधिकारी कम-अधीकांश विभागीय तरक्की पाये हुये है।
मुस्लिम बच्चे मुकाबलाती परिक्षाओ से कौसो दूर भागे जा रहे है।
देश बंटवारे के दंश को झेलने के साथ साथ आर्थिक तौर पर कमजोर होने के अलावा अच्छी शिक्षा व कोचिंग की सुविधा नही होने के बावजूद अब के मुकाबले प्रदेश मे कम तादाद केडर होने पर भी राजस्थान प्रदेश मे भारतीय प्रशासनिक IAS व पुलिस सेवा IPS के अतिरिक्त राजस्थान प्रशासनिक RAS व पुलिस अधिकारियों RPS मे मुस्लिम अधिकारियों का प्रतिशत आज के मुकाबले पहले अधिक था। लेकिन वर्तमान मे इस तरफ नजर डालने पर हालात बहुत दयनीय स्थिति मे पा रहे है। लेकिन फिर भी मुस्लिम समुदाय कुम्भकरणी नींद से जागने को तैयार कतई नजर नही आ रहा है।
राजस्थान केडर के लिये भारतीय प्रशासनिक सेवा IAS के कुल 315 पदो मे से वर्तमान मे 240 अधिकारी तैनात है। जिनमे मात्र पांच कमर जमा चोधरी, अतर आमीर, जुनेद खान व उमरदीन खा एवं जाकीर हुसैन मुस्लिम अधिकारी है। जाकीर हुसैन IAS व उमरदीन IAS श्रीगंगानगर व झूंझुनू मे जिला कलेक्टर पद पर तैनात है। लेकिन दोनो ही अगले साल शुरुआत व मध्य मे सेवानिवृत्त हो रहे है। अतर आमिर IAS वर्तमान मे जम्मू काश्मीर मे डेपुटेशन पर गये हुये है। इसी तरह प्रदेश मे वर्तमान मे भारतीय पुलिस सेवा IPS के कुल 185 कार्यरत अधिकारियों मे मात्र 03 मुस्लिम अधिकारी है। जिनमे से हेदर अली जैदी IPS , मुख्यमंत्री विजिलेंस मे डीआईजी व अरशद अली IPS आरऐसी जैसे खांचे मे पदस्थापित है। वही के.शाहीन IPS अभी ट्रेनिंग मे है।
इसी तरह राजस्थान प्रशानिक सेवा RAS के 854 अधिकारियों मे मात्र 22 मुस्लिम अधिकारी है। जिनमे जमील अहमद, इकबाल खान, शाहीन अली, असलम शेरखान, सत्तार खान, मोहम्मद अबू बक्र, अबू सुफियान चोहान, अमानुल्लाह खान, शौकत अली, अजीजुल हसन गौरी, सैयद मुकर्रम शाह, हाकम खान, श्रीमती नसीम खान,श्रीमती सना सिद्दीकी, सलीम खान, अंजुम ताहिर शमा, अयूब खान, सैयद शीराज अली जैदी, जावेद अली, अकील अहमद, मोहम्मद ताहिर व रुबी अंसार है।
इसी तरह राजस्थान पुलिस सेवा RPS के 825 कार्यरत अधिकारियों मे से मुस्लिम अधिकारी मात्र 22 ही है। जिनमे मुस्तफा जैदी, नाजिम अली खान, श्रीमती शाहना खानम, हुमायूं कबीर, इस्माईल खान, महमूद खा, अब्दुल आहद खान, नवाब खा, सोहेल रजा, समयदीन खान, सपात खान, नूर मोहम्मद, इरफान अली, अली मोहम्मद, अमजद खान, सालेह मोहम्मद, मोहम्मद इस्लाम खान, अब्दुल रहमान खान, जुल्फिकार खान, निसार खान, शकील अहमद व जाकीर अख्तर है।
जब मुस्लिम समुदाय के पास आज के मुकाबले साधन व सुविधाएं कम थी तब राजस्थान प्रशासनिक सेवा RAS व पुलिस सेवा RPS के कम केडर मे भी 45-48 अधिकारी मुस्लिम हुवा करते थे। आज केडर तादाद बढने के बावजूद मुस्लिम अधिकारियों की तादाद कम हो रही है। जब लालटेन की रोशनी व दो कपड़ो की जोड़ी के अलावा सिमित अर्थ के बावजूद बच्चों का जज्बा बेहतरीन होने के कारण मुस्लिम अधिकारी अधिक सफल हो रहे थे। अब उसके मुकाबले बूक्स, लाइब्रेरी, कपड़े, पैसा व कोचिंग की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद मुस्लिम बच्चे अधिकारी मुश्किल से बन पा रहे है। उक्त अधिकारियों की सूची मे भी अधीकांश अधिकारी सीधे तौर पर चयनित कम है, विभागीय तरक्की पाने वाले अधिक है।
कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान मे मुस्लिम अधिकारियों के चयन के मुकाबले सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों की संख्या इसी तरह अधिक रही तो अगले कुछ सालो मे मुस्लिम अधिकारी देखने को नही मिलेगे। इसलिए समुदाय को गम्भीरता के साथ हालात पर मंथन करके कोई कार्ययोजना बनाकर उस पर अमल करने पर समय रहते विचार जरुर कर लेना होगा।