अंता विधानसभा में मुस्लिम मतदाताओं का खिसकता कांग्रेस वोट बैंक
पंचायत चुनाव में कांग्रेस को पड़ा भारी, 5 सीटों पर किया प्रभावित
गेस्ट ब्लॉगर उस्मा
न खान
अंता 28 दिसम्बर – विधानसभा क्षेत्र अंता में कांग्रेस का परम्परागत मुस्लिम वोट बैंक अब धीरे धीरे खिसकता हुआ नजर आ रहा है जिसका खामियाजा अभी हाल ही में सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव में देखने को मिला जहां लगभग 5 वार्डों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा । जानकारी अनुसार अंता विधानसभा के पंचायत समिति अंता के वार्ड एक पाटोन्दा , वार्ड 5 बालाखेड़ा, वार्ड 6 बालदड़ा,वार्ड 7 नागदा भोज्या खेड़ी,वार्ड 15 चहेडिया व मांगरोल पंचायत के वार्ड 4 सीसवाली मुस्लिम बाहुल्य मतदाता क्षेत्र है जो कांग्रेस के परम्परागत वोट बैंक माने जाते है , जहां से सिर्फ बालदड़ा को छोड़ दे तो सभी जगह से भाजपा की जीत हुई है । वार्ड एक पाटोन्दा से भाजपा की चेतना, वार्ड 7 नागदा भोज्या खेड़ी से भाजपा के प्रखर कौशल जो बाद में अंता प्रधान भी बने । वार्ड 15 से भाजपा की सुनीता व सीसवाली वार्ड 4 से भाजपा प्रत्याशी विजयी हुए । वही वार्ड 6 से हालांकि कांग्रेस के ओम नागर चुनाव जीत गए लेकिन जानकारी अनुसार मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र बालदड़ा से भी कांग्रेस के पंचायत व जिला परिषद चुनाव दोनों ही में हारने के चर्चे है । बालदड़ा गांव जहां से आज तक पंचायत चुनावों में कांग्रेस शायद ही कभी हारी हो वहां से भाजपा को भारी वोट मिले है । उसी तरह नई ग्राम पंचायत चहेडिया के वार्ड 15 से भी कांग्रेस की हार हुई है । चहेडिया गांव जो की मुस्लिम बाहुल्य मतदाता क्षेत्र है जहां से भी भाजपा के पक्ष में भारी मतदान हुआ है । उसी तरह भोज्याखेड़ी व रायपुरिया से भी मुस्लिम वोटर भाजपा की ओर खिसका है जिसके चलते भाजपा के प्रखर कौशल भारी मतों से चुनाव जीत गए । यही हाल पाटोन्दा व सीसवाली में भी देखने को मिला । सरपंच के चुनाव में जहां चहेड़िया, बालदड़ा व सीसवाली में मुस्लिम मतदाताओं ने कांग्रेस समर्थित सरपंच प्रत्याशी को मत देकर भारी मतों से जिताया था । ऐसे में एक वर्ष के बाद आखिर ऐसा क्या हुआ कि एकाएक मुस्लिम मतदाता कांग्रेस से नाराज होकर भाजपा में खिसक रहा है । मुस्लिम मतदाताओं की नाराजगी जानने का प्रयास किया गया तो कई मुस्लिम मतदाताओं ने खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया से भी नाराजगी जताई उनका कहना था कि मंत्री जी छोटे कार्यकर्ताओं की सुनवाई नही करते । तीन साल से सिर्फ आश्वासन ही दिए जा रहे है , उनके कामों की ओर ध्यान नही दिया जा रहा है । हालांकि कई मुस्लिम मतदाताओं का कहना था की इसमे हो सकता है मंत्री जी को हमारी समस्याओं से उनके नुमाईंदों द्वारा अवगत ही नही कराया गया हो । मुस्लिम मतदाताओं की सबसे बड़ी नाराजगी मंत्री जी के उन तथाकथित दलाल चापलूस नेताओं से जताई जो दिनरात मंत्री जी के अगल बगल मंडराते रहते है । मंत्री जी ने भी उन्हें ही पूरी जिम्मेदारी दी रखी है और मंत्री जी वही वही सुनते व देखते है जो उनके सिपहसालार उन्हें सुनाते या बताते है । ये तथाकथित चापलूस नेता व मंत्री जी के विशेष कृपा पात्र उनके अपने लोगो के ही काम मंत्री जी को बताते है और अपने काम निकलते आये है । ऐसे में आमजनता व कार्यकर्ता के काम नही हो पा रहे है , पीड़ित कार्यकर्ता व आम मतदाता लंबे समय से कुंठा व गुस्से में था और पंचायत चुनाव में मौका मिलते ही उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर भाजपा के पक्ष में भारी मतदान किया । और जिसका ही परिणाम था कि अंता पंचायत समिति जो खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया का गृह विधान सभा क्षेत्र है जहां से 15 वार्डों में से सिर्फ 5 सीटें ही कांग्रेस जीत पाई और ये 5 सीटों पर भी हिचकियाँ खाते हुए बहुत ही कम अंतर से जीत दर्ज की । दूसरी ओर कई मुस्लिम मतदाताओं व कार्यकर्ताओं ने बताया की मंत्री जी के विशेष कृपा पात्र लोग जो इनके इर्द गिर्द मंडराते रहते है उनके अहंकारी होने व उनके मुस्लिमों के खिलाफ की गई घटिया बयानबाजी भी इस चुनाव में कांग्रेस को भारी पड़ गई । मंत्री के विशेष कृपा पात्र नोकर अपने आपको मंत्री समझ बैठे है । छोटे कार्यकर्ताओं से उनकी बेरुखी व अहंकारी बोल आये दिन सुनने को मिल रहे है जिसके चलते मेहनती कार्यकर्ता व आम कांग्रेस मतदाता ठगा सा महसूस कर रहा है । और मतदाताओं के उसी गुस्से का परिणाम पंचायत चुनाव में कांग्रेस को भुगतना पड़ा । एक ओर मुस्लिम मतदाताओं की नाराजगी उनके अपने ही नेताओं से भी देखने को मिल रही है जो मंत्री के खास बनकर अपने काम निकाल लेते है और आम मुस्लिम मतदाता को डिस्पोजल समझते हुए उन्हें केवल वोट बैंक समझकर मतदान कराकर मंत्री की निगाह में अपने नम्बर बढाकर प्रशसा के पात्र बनते आये है ओर बेचारे मतदाता हमेशा उनकी आवाज में आवाज मिलाकर उनकी बात मानते आए है । इसी पीड़ा से दुखी ग्रामीण मुस्लिम मतदाताओं ने इस बार कांग्रेस को आइना दिखाते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान कर कांग्रेस को करारी हार पर मजबूर कर दिया । ऐसे में कांग्रेस का खिसकता मुस्लिम वोट बैंक आने वाले विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के लिए खतरे की घण्टी साबित होने वाला है ।

