पद्म विभूषण मोलाना वहीदुद्दीन का कोरोना से इंतकाल
हाल ही मे देश के दूसरे सबसे बड़े पुरूस्कार प्राप्त ‘पद्म विभूषण’ मोलाना वहीदुद्दीन का कोरोना से इंतकाल हो गया है। कोरोना से तबीयत बिगड़ने के कारण उन्होंने 96 साल की उम्र में दिल्ली के अस्पताल में आखिरी सांस ली। उनके निधन पर प्रधानमंत्री मोदी सहित कई बड़ी हस्तियों ने शोक व्यक्त किया।
कौन है मौलाना वहीदुद्दीन?
मौलाना वहीदुद्दीन भारत के जाने माने इस्लामीक स्कॉलर रहे हैं जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ मे एक जनवरी 1925 को हुआ था। मौलाना को विश्व के 500 प्रभावशाली मुस्लिमों मे भी चुना जा चुका है। मौलाना वहीदुद्दीन, पूर्व प्रधानमंत्री
वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के करीबी भी रहे हैं।
मोलाना को पूर्व मे भी कई बड़े बड़े पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
उन्होंने कुरान का अंग्रेजी भाषा में सरल अनुवाद भी किया था। मौलाना को हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने 200 से भी अधिक किताबे लिखी है जिनमे से कुछ प्रमुख किताबे निम्न प्रकार है :-
- द प्रॉफिट ऑफ पीस
- द कुरान : अ न्यू ट्रांसलेशन
- अ ट्रेजरी ऑफ द कुरान
- तज़किरूल कुरान
- इंडियन मुस्लिम अस : द नीड़ फॉर अ पॉजिटिव आउटलुक
- इस्लाम एंड पीस
- वर्ड्स ऑफ द प्रॉफिट मुहम्मद
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