राजेश कुमार शर्मा “पुरोहित की पुस्तक समीक्षा ‘हिन्दी लेखन’

Sufi Ki Kalam Se

लेखक:- अब्दुल कलीम खाँ, अध्यापक, (राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सेवली, सीकर, राजस्थान)

प्रकाशक:- नवोदय क्रांति परिवार, पृष्ठ:- 36

समीक्षक:- राजेश कुमार शर्मा “पुरोहित”

हमारे देश के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों का शैक्षिक स्तर में सुधार हेतु सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं। गुवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए निशुल्क एवम अनिवार्य शिक्षा अधिनियम भी बनाया गया। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए लहर कक्ष बनाये गए जिसमे विद्यार्थी चित्रों के माध्यम से हिंदी गणित अंग्रेजी पर्यावरण विषयों की विषयवस्तु सरलता से समझ सके। सतत एवम व्यापक मूल्यांकन भी किया जा रहा है। जिसमे सी सी ई प्रणाली कहते हैं। एस आई क्यू ई यानि स्टेट इनशेटिव क्वालिटी एजुकेशन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य स्तरीय पहल । ये सभी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है राजकीय विद्यालयों में प्राथमिक कक्षाओं के शैक्षिक स्तर में सुधार करना। लर्न एन्ड फन के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जावे। गतिविधि आधारित शिक्षण के माध्यम से पढ़ाया जयर। बाल केंद्रित शिक्षा लागू हो। बच्चे की मौखिक व लिखित अभिव्यक्ति का विकास हो इसलिए पाठ की विषयवस्तु को गतिविधि से जोड़े। बच्चों को बोलने का अवसर दें। उसकी रुचि को पहचाने। उसका सतत आकलन करें। अच्छा कार्य करने पर शाबाशी दें। खेल के माध्यम से उसे विषय वस्तु से जोड़ते चलें। ये सभी कार्य आज अच्छे तरीक़े से कर रहा है नवोदय क्रान्ति परिवार। भामाशाहों के सहयोग से विद्यालय विकास की योजना को कार्यान्वित कर सुन्दर स्वच्छ स्मार्ट कक्षा कक्ष व स्मार्ट स्कूल बनाने की कवायद की जा रही है। बच्चे ऐसे सुन्दर स्कूल में दौड़ कर आएंगे। नामांकन बढ़ेगा। विद्यालय बच्चों की किलकारी से गूंजने लगे हैं। सरकारी स्कूल के ऐसे ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सेवली खण्डेला सीकर में कार्यरत अध्यापक अब्दुल कलीम खां लेखक एवम संपादक ने प्राथमिक कक्षा के कक्षा 1 के विद्यार्थियों के लिए हिन्दी विषय की श्रेष्ठ कृति लिखी है।

प्रस्तुत कृति का मुखावरण आकर्षक है। इंद्रधनुषी रंगों में सजा मुख पृष्ठ एवम बच्चों के चित्रों में उनका उत्साह देखते ही बनता है।

कृति में सर्वप्रथम सचित्र वर्णमाला अ से ज्ञ तक लिखी है पृष्ठ 1 से लेकर 5 तक वर्ण लेखन का अभ्यास कार्य दिया गया है। विद्यार्थी पेंसिल से इस हिंदी की वर्क बुक में डॉट डॉट पर पेंसिल चलाएगा व बोलेगा उसे सभी वर्ण लिखना व बोलना याद हो जाएगा। दो वर्ण वाले शब्दों कप,टप ,थन आदि को लिखने का सरल तरीका बताया है। एक ही वर्ण में पांच वर्णों को जोड़कर पाँच पांच शब्द बनाने का अभ्यास दिया है। जो प्रेक्टिस के लिए अच्छा है। इससे शब्द कोष बढ़ेगा। जैसे के में ब जोड़ो कब बनेगा। ऐसे पांच बनाने हैं। तीन वर्ण वाले शब्द,चार वर्ण वाले शब्द का भी इसी तरह अभ्यास दिया गया है।

दो वर्ण वाले शब्दों को एक गोले के चार बराबर भाग किये फिर उनमें चार वर्ण लिखें है। इनसे दो वर्ण वाले शब्द बनाने का अभ्यास दिया है। ऐसे ही वर्ण चक्री बनाकर तीन वर्ण वाले शब्दों को बनाने का सीधा तरीका बताया है जिससे बच्चे आसानी से शब्द बना सके। जैसे ग म ला गमला।

“आ” की मात्रा वाले शब्दों को सिखाने के लिए आ की मात्रा लागाकर शब्दों को पूरा कर पुनः लिखने का अभ्यास दिया है। जैसे न क । इसमें न में आ की मात्रा लागाकर शब्द बनेगा नाक। ऐसे ही इ, ई उ ऊ ए ऐ ओ औ आदि मात्राओं का भी इसी तरह शब्द निर्माण का सरल तरीका कलीम साहब ने सचित्र समझाया है।

पृष्ठ 29 पर वर्ग पहेली में से पशुओं के नाम छांटकर लिखने का अभ्यास दिया है। खेल खेल में विद्यार्थी घोड़ा गाय बकरी हाथी यानि पालतू व जंगली जानवरों के नाम बोल व लिख सकेगा।

अभ्यास और भी है के अंतर्गत मस्ती कुश्ती सुस्ती दोस्ती जैसे एक जैसे उच्चारित शब्दों का लेखन करना सिखाया गया है। जैसे कच्चा गच्चा सच्चा। हट्टा कट्टा पट्टा ।

बिखरे वर्णों को सजाकर सटीक शब्दों द्वारा खाली स्थान में भरो के अंतर्गत ता ब कि जैसे बिखरे वर्णों को जोड़ना या व्यवस्थित कर किताब लिखना।

वर्णों व मात्राओं को अलग अलग लिखने का अभ्यास कार्य पृष्ठ 33 पर दिया है। सारिणी से वाक्य निर्माण करना। इसमें तीन खण्ड है। सारिणी के प्रथम खण्ड में राम दूसरे में गाना तीसरे खण्ड में गाता है/गाती है लिखा है। अब तीनों खण्डों के शब्दों को जोड़ते हुए वाक्य निर्माण होगा “राम गाना गाता है।”

पृष्ठ संख्या 36 पर हाथी बिल्ली हिरन गमला आम तितली के चित्रों को बनाने का अभ्यास दिया है। इस कृति के द्वारा शिक्षक विद्यार्थियों को वर्णमाला वाक्य निर्माण मात्राओं को सरल व सहज रूप से सिखा सकता है। बारहखड़ी क से ज्ञ तक के वर्णों में सभी मात्राओं को सिखाने में सहायक होती है जिसे प्रकाशित किया है। कलीम साहब ने शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए शिक्षण अधिगम सामग्री को तैयार किया है जिसे विभिन्न प्रान्तों के शिक्षकों को प्रतिदिन कोरियर रजिस्टर्ड डाक से भिजवाया जा रहा है।

प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों को हिन्दी विषय का ज्ञान कराने के लिए उन्होंने मल्टीकलर किताब बनाई जिसमे वर्णों व मात्राओं का ज्ञान कराने का क्रमिक तरीका प्रकाशित किया है। इस कृति हेतु लेखक ने विजय कुमार पारीक खण्डेला व मोहम्मद इस्हाक सीकर का आभार व्यक्त किया है ।

36 पृष्ठ की इस जादुई किताब को तैयार करने में कलीम साहब की मेहनत रंग लाई है। शिक्षा जगत में ये कृति प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। इसी कामना के साथ आदरणीय कलीम साहब को हार्दिक बधाई।

राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित”
समीक्षक एवं जिला मोटिवेटर जिला झालावाड
98,पुरोहित कुटी,श्रीराम कॉलोनी,
भवानीमंडी, जिला- झालावाड (राजस्थान)


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