नज़्म – वफ़ा के दीपक’ (गेस्ट पॉएट एजाज़ उल हक़ “शिहाब”)

(नज़्म – वफ़ा के दीपक) क़ीमती ख़ुशियों से मंसूब दिवाली आई,ले के कितने हसीं असलूब दिवाली…

गेस्ट पॉएट डा. प्रोफेसर नश्तर बदायूँनी साहब का रूमानी गीत

गीत मैनें तुझसे मेरे महबूब मोहब्बत की है,यानी दिल से तेरी दिन रात इबादत की है!मैनें…

गेस्ट पॉएट दानिश अजहर की खूबसूरत ग़ज़ल

ग़ज़ल/غزل लगा लिया है ये हमने क़यास रहने देन होगा अब कोई तुझसे विकास रहने देلگا…

रीट परीक्षा पर समर्पित कविता (गेस्ट पॉएट इमरान खान)

जैसे-जैसे रीट की परीक्षा आ रही है पासअजीब कैफियत दिल पर हो रही है खास हर…

गेस्ट पॉएट आरिफ काजी की ताज़ा गज़ल

बोला जो एक छोटा सा झूट ।तो लोगो ने लायर कह दिया ।। जब लगा बिखरने…

गेस्ट पॉएट शमशेरभालु खान गाँधी
जिगर चुरुवी की कविता

आ चल के ढूंढ कहीं ज़मीन अपनीथी कौम की मेरी खोई ज़मीन अपनी। हूँ लाख बुरा…

फादर्स डे कविता (गेस्ट पॉएट इमरान खान दौसा)

उंगली पकड़कर चलना सिखायालगी जो चोट तो गले से लगाया दी हमको जमाने भर की खुशियांफिर…

टूटने लगा हूं, हां मैं टूटने लगा हूं, गेस्ट पॉएट एम एच खान की कविता

टूटने लगा हूं, हां मैं टूटने लगा हूं गैरों का मलाल नहीं। अपनों से टूटने लगा…

गेस्ट पॉएट ‘जिगर चुरुवी’ (शमशेर गांधी) की नज्म

मेहरबाँ पूछिये तो सवाल क्या हैमसिहा इधर देखिए हाल क्या है। कभी जो मैं मोम था…

‘फिलिस्तीन’ गेस्ट पॉएट रईस अहमद की ग़ज़ल

उनको ये गिला है कि जाके कहीं डूब मरे हमनज़रों से उनकी दूर बहुत कहीं जाके…

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